कभी-कभी आसपास बिल्कुल शांति होने के बावजूद हमारे मन में खलबली मची होती है। हम भीतर से बेहद अशांत होते हैं और अपने आप से ही जूझ रहे होते हैं। आखिर क्यों होता है ऐसा ? क्या है मन ... Read more
कभी-कभी आसपास बिल्कुल शांति होने के बावजूद हमारे मन में खलबली मची होती है। हम भीतर से बेहद अशांत होते हैं और अपने आप से ही जूझ रहे होते हैं। आखिर क्यों होता है ऐसा ? क्या है मन की इन बेचैनियों का कारण? हेल्थशॉट्स पॉडकास्ट ‘मन की मेधा’ के इस एपिसोड में डॉ. मेधावी जैन ढूंढ रहीं हैं इन्हीं सवालों के जवाब। Read more
आपकी पूंजी कब आपके लिए बोझ या जिम्मेदारी बन जाती है आपको पता ही नहीं चलता। कहीं न कहीं हमारी सोच भी इसके संचय को प्रभावित करती है। मन की मेधा के इस एपिसोड में लाइफ कोच डॉ. मेधावी ... Read more
आपकी पूंजी कब आपके लिए बोझ या जिम्मेदारी बन जाती है आपको पता ही नहीं चलता। कहीं न कहीं हमारी सोच भी इसके संचय को प्रभावित करती है। मन की मेधा के इस एपिसोड में लाइफ कोच डॉ. मेधावी जैन बता रहीं हैं पूंजी को संभालने के सात्विक तरीके। Read more
आप भी सोचती होंगी कि कोई भी रिश्ता वैसा क्यों नहीं होता जैसा आपने परी कथाओं में सुना है। रोमांटिक मूवीज में भी शादी हर संघर्ष का अंत लेकर ही आती है। जबकि वास्तविकता इससे बिल्कु ... Read more
आप भी सोचती होंगी कि कोई भी रिश्ता वैसा क्यों नहीं होता जैसा आपने परी कथाओं में सुना है। रोमांटिक मूवीज में भी शादी हर संघर्ष का अंत लेकर ही आती है। जबकि वास्तविकता इससे बिल्कुल अलग है। समझिए कैसे हर नया रिश्ता आपके लिए लेकर आता है कुछ और जिम्मेदारियां मन की मेधा के इस एपिसोड में लाइफ कोच डॉ. मेधावी जैन के साथ। Read more
हमें अकसर ऐसा लगता है कि जो हमारे अपने होते हैं, वही हमें सबसे ज्यादा पीड़ा देते हैं। तब क्या हम स्वयं भी खुद को तकलीफ दे सकते हैं? क्योंकि हमसे ज्यादा हमारा अपना कौन होगा! मन ... Read more
हमें अकसर ऐसा लगता है कि जो हमारे अपने होते हैं, वही हमें सबसे ज्यादा पीड़ा देते हैं। तब क्या हम स्वयं भी खुद को तकलीफ दे सकते हैं? क्योंकि हमसे ज्यादा हमारा अपना कौन होगा! मन की मेधा के इस एपिसोड में लाइफ कोच डॉ. मेधावी जैन बता रहीं हैं कि कैसे हमारा व्यवहार हमारे लिए कष्टकारक हो सकता है। Read more
एक प्रचलित विज्ञापन है, ‘डर के आगे जीत है’ । इसके बावजूद हम सभी को किसी न किसी चीज से डर लगता है। पर क्या कभी सचमुच आपने इस डर को लांघने की कोशिश की है? 'मन की मेधा' के इस एपिसोड ... Read more
एक प्रचलित विज्ञापन है, ‘डर के आगे जीत है’ । इसके बावजूद हम सभी को किसी न किसी चीज से डर लगता है। पर क्या कभी सचमुच आपने इस डर को लांघने की कोशिश की है? 'मन की मेधा' के इस एपिसोड में डॉ. मेधावी जैन बता रहीं हैं क्या है डर की उस दीवार के पार। Read more
हम 2020 के अंत में हैंं। इस समय सभी बीते साल का लेखा-जोखा तैयार कर रहे होंगे। पर क्या आपने गौर किया है कि आपका दृष्टिकोण किसी भी चीज को अच्छा या बुरा बना सकता है! जानना चाहती हैं ... Read more
हम 2020 के अंत में हैंं। इस समय सभी बीते साल का लेखा-जोखा तैयार कर रहे होंगे। पर क्या आपने गौर किया है कि आपका दृष्टिकोण किसी भी चीज को अच्छा या बुरा बना सकता है! जानना चाहती हैं कैसे तो डॉ. मेधावी जैन को सुनिए मन की मेधा के इस वर्ष के आखिरी पॉडकास्ट में। Read more
प्रोफेशनल होना सशक्त होने का परिचय है, लेकिन कहीं ये आपके लिए मजबूरी तो नहीं हो गया? वर्क फ्रॉम होम और वर्क फोर होम करते-करते इस पर विचार करना जरूरी हो गया है कि क्या वाकई सभी लड ... Read more
प्रोफेशनल होना सशक्त होने का परिचय है, लेकिन कहीं ये आपके लिए मजबूरी तो नहीं हो गया? वर्क फ्रॉम होम और वर्क फोर होम करते-करते इस पर विचार करना जरूरी हो गया है कि क्या वाकई सभी लड़कियां अपने परिवार का समय स्वेच्छा से व्यवसायिक जगत को देना चाहती हैं? Read more
100% मार्क्स, बहुत अच्छी नौकरी, खूब सारा पैसा और अच्छा रिश्ता.... क्या असल में यही है सुख की असल परिभाषा? अगर हां तो इसके बावजूद क्यों रह जाता है मन में एक तरह का खालीपन? मन ... Read more
100% मार्क्स, बहुत अच्छी नौकरी, खूब सारा पैसा और अच्छा रिश्ता.... क्या असल में यही है सुख की असल परिभाषा? अगर हां तो इसके बावजूद क्यों रह जाता है मन में एक तरह का खालीपन? मन की मेधा के इस एपिसोड में डॉ. मेधावी जैन उस खालीपन के जवाब तलाश रहीं हैं। Read more
डिजायनर ड्रेसेस से डेस्टिनेशन वेडिंग तक, विवाह उत्सव के नाम पर हमने बहुत कुछ अनावश्यक ओढ़ लिया था। पर कोविड-19 के दौर में जो शादियां हो रहीं हैं, उनकी अलग ही है छटा। मन की मेधा क ... Read more
डिजायनर ड्रेसेस से डेस्टिनेशन वेडिंग तक, विवाह उत्सव के नाम पर हमने बहुत कुछ अनावश्यक ओढ़ लिया था। पर कोविड-19 के दौर में जो शादियां हो रहीं हैं, उनकी अलग ही है छटा। मन की मेधा के इस एपिसोड में डॉ. मेधावी जैन साझा कर रहीं हैं, शादी उत्सव के ऐसे ही अनुभव को। Read more
जब भी हम अपने किसी प्रियजन के तलाक के बारे में सुनते हैं, तो हमारी दो तरह की प्रतिक्रिया होती है – उफ्फ बहुत बुरा हुआ या फिर अरे ये कैसे हो गया! जबकि ये रिश्ते का एक ऐसा मोड़ ह ... Read more
जब भी हम अपने किसी प्रियजन के तलाक के बारे में सुनते हैं, तो हमारी दो तरह की प्रतिक्रिया होती है – उफ्फ बहुत बुरा हुआ या फिर अरे ये कैसे हो गया! जबकि ये रिश्ते का एक ऐसा मोड़ होता है जिस पर बाद में कुछ भी करने का कोई फायदा नहीं। मन की मेधा में डॉ. मेधावी जैन खंगाल रहीं हैं रिश्तों में आ रही ऐसी ही उलझनों के तार को। Read more