आज का ख्याल शायर परवीन शाकिर की कलम से। शायर कहते है - 'अपने बिस्तर पे बहुत देर से मैं नीम-दराज़, सोचती थी कि वो इस वक़्त कहाँ पर होगा'। सैयदा परवीन शाकिर, एक उर्दू कवयित्री, शिक्षक और पाकिस्तान की सरकार की सिविल सेवा में एक अधिकारी थीं। ... फ़हमीदा रियाज़ के अनुसार ये पाकिस्तान की उन कवयित्रियों में से एक हैं जिनके शेरों में लोकगीत की सादगी और लय भी है और क्लासिकी संगीत की नफ़ासत भी और नज़ाकत भी।
86 Episodes
03 Dec 2024
6 MINS
03 Dec 2024
8 MINS
03 Dec 2024
5 MINS
03 Dec 2024
5 MINS
03 Dec 2024
5 MINS
03 Dec 2024
6 MINS
03 Dec 2024
8: बेहोशियों ने और ख़बरदार कर दिया | Josh Malihabadi | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a poet
7 MINS
03 Dec 2024
6 MINS