आज का ख्याल शायर निदा फाजली साहब की कलम से। शायर कहते है - 'तू इस तरह से मेरी ज़िंदगी में शामिल है, जहां भी जाऊं ये लगता है, तेरी महफ़िल है'। निदा फाजली हिंदी और उर्दू के मशहूर शायर, गीतकार थे। वे 1964 में मुंबई आए और धर्मयुग पत्रिका और ब्लिट्ज जैसे अखबार में काम किया। उनकी काव्य शैली ने फिल्म निर्माताओं और हिंदी और उर्दू साहित्य के लेखकों को आकर्षित किया।
86 Episodes
21 Nov 2024
6 MINS
21 Nov 2024
8 MINS
21 Nov 2024
5 MINS
21 Nov 2024
5 MINS
21 Nov 2024
5 MINS
21 Nov 2024
6 MINS
21 Nov 2024
8: बेहोशियों ने और ख़बरदार कर दिया | Josh Malihabadi | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a poet
7 MINS
21 Nov 2024
6 MINS