Home
Trending
Shows
Episodes
Publishers
Partner with Us
Categories
Business
News
Society & Culture
Health & Fitness
Religion & Spirituality
view more
Blog
About Us
Share
51: कल चौदहवीं की रात थी | IBN E INSHA | Urdu Shayari | Famous Poetry | Life of a poet
Khayal
आज का ख़्याल इब्ने-इंशा साहब की तरफ से। इब्ने-इंशा ने इस बस्ती के एक कूचे में, चाँद नगर, दुनिया गोल है, उर्दू की आख़िरी किताब जैसी कुछ प्रमुख कृतियाँ लिखी है। सुनिए उनकी रचना और उनके जीवन के बारे में @radiokabachchan के साथ।
86 Episodes
24 Nov 2024
S2E17 | इस खुर्दुरी ग़ज़ल को - Muzaffar Hanfi
7 MINS
24 Nov 2024
S2E16 | और बेशक़ ज़माने ने उसे औरत कहा- Shaad Aarfi
10 MINS
24 Nov 2024
S2E15 | मेरे हमनफ़स, मेरे हमनवा - Shakeel Badayuni
6 MINS
24 Nov 2024
S2E14 | होता है शब-ओ-रोज़ तमाशा मेरे आगे - Mirza Ghalib
7 MINS
24 Nov 2024
S2E13 | ख़ुशबू जैसे लोग मिले अफ़्साने में - Gulzar | Gulzar Sahab B'day Special
5 MINS
24 Nov 2024
S2E12 | वो हमसफ़र था - Naseer Turabi
8 MINS
24 Nov 2024
S2E11 | आए जज़्बा-ए-दिल गर मैं चाहूं - Behzad Lucknavi
7 MINS
24 Nov 2024
S2E10 | कौन आयेगा यहाँ - Kaif Bhopali
5 MINS
24 Nov 2024
S2E9 | मैं तो दरिया हूं समुंदर में उतर जाऊंगा - Ahmad Nadeem Qasmi
7 MINS
24 Nov 2024
S2E8 | बड़ा अँधेरा है - Saghar Siddiqui
7 MINS
<
1
2
3
4
…
9
>