आज का ख़्याल अमीर मीनाई साहब की तरफ से। अमीर मीनाई साहब दाग़ देहलवी के समकालीन थे । अपनी ग़ज़ल ' सरकती जाए है रुख़ से नक़ाब आहिस्ता आहिस्ता ' के लिए प्रसिद्ध हैं। सुनिए उनकी रचना और उनके जीवन के बारे में @radiokabachchan के साथ।
86 Episodes
08 Jan 2025
16 MINS
08 Jan 2025
10 MINS
08 Jan 2025
7 MINS
08 Jan 2025
8 MINS
08 Jan 2025
9 MINS
08 Jan 2025
8 MINS
08 Jan 2025
8 MINS
08 Jan 2025
9 MINS