हमेशा देर कर देता हूँ... मुनीर नियाज़ी पाकिस्तान के आग्रणी आधुनिक शायरों में विख्यात शायर और उन्होंने फि़ल्मों के लिए गीत भी लिखे।।मुनीर नियाज़ी साहब उर्दू और पंजाबी में लिखा करते ... Read more
हमेशा देर कर देता हूँ... मुनीर नियाज़ी पाकिस्तान के आग्रणी आधुनिक शायरों में विख्यात शायर और उन्होंने फि़ल्मों के लिए गीत भी लिखे।।मुनीर नियाज़ी साहब उर्दू और पंजाबी में लिखा करते थे। मुनीर नियाज़ी साहब की नज़्म और उनकी ज़िन्दगी से रूबरू करवाएंगे आपको @RadioKaBachchan Read more
तू इस कदर मुझे करीब लगता है.... जाँ निसार अख़्तर महत्वपूर्ण प्रगतिशील शायर और फ़िल्म गीतकार थे। फ़िल्म गीतकार जावेद अख़्तर के पिता।निदा फ़ाज़ली साहब उनके बारे में कहते है कि वो मरत ... Read more
तू इस कदर मुझे करीब लगता है.... जाँ निसार अख़्तर महत्वपूर्ण प्रगतिशील शायर और फ़िल्म गीतकार थे। फ़िल्म गीतकार जावेद अख़्तर के पिता।निदा फ़ाज़ली साहब उनके बारे में कहते है कि वो मरते दम तक जवान रहे। अख़्तर साहब की ग़ज़ल और उनकी ज़िन्दगी से रूबरू करवाएंगे आपको @RadioKaBachchan Read more
आज की रात... असरार-उल-हक़ मजाज़, अग्रणी एवं प्रख्यात प्रगतिशील शायर, रोमांटिक और क्रांतिकारी नज़्मों के लिए प्रसिद्ध, ऑल इंडिया रेडियो की पत्रिका “आवाज” के पहले संपादक, मशहूर शायर औ ... Read more
आज की रात... असरार-उल-हक़ मजाज़, अग्रणी एवं प्रख्यात प्रगतिशील शायर, रोमांटिक और क्रांतिकारी नज़्मों के लिए प्रसिद्ध, ऑल इंडिया रेडियो की पत्रिका “आवाज” के पहले संपादक, मशहूर शायर और गीतकार जावेद अख़्तर के मामा। मजाज़ साहब की नज़्म और उनकी ज़िन्दगी से रूबरू करवाएंगे आपको @RadioKaBachchan Read more
फ़िराक़ एक नई सूरत निकल तो सकती है... फ़िराक़ गोरखपुरी साहित्य की दुनिया में एक बड़ा नाम है। मशहूर शायर निदा फाज़ली उन्हें उर्दू शायरी की दुनिया में ग़ालिब और मीर के बाद तीसरे पायदान पर ... Read more
फ़िराक़ एक नई सूरत निकल तो सकती है... फ़िराक़ गोरखपुरी साहित्य की दुनिया में एक बड़ा नाम है। मशहूर शायर निदा फाज़ली उन्हें उर्दू शायरी की दुनिया में ग़ालिब और मीर के बाद तीसरे पायदान पर रखते हैं।फ़िराक़ साहब की नज़्म और उनकी ज़िन्दगी से रूबरू करवाएंगे आपको @RadioKaBachchan Read more
भले दिनों की बात है | अहमद फ़राज़ साहब की उर्दू से मोहब्बत किसी से छिपी नहीं। अपनी कलम के साथ गद्दारी ना करना ही फ़राज़ साहब को ज़माने से अलग करता है। सच्चाई और बेबाकी फ़राज़ साहब की पहचा ... Read more
भले दिनों की बात है | अहमद फ़राज़ साहब की उर्दू से मोहब्बत किसी से छिपी नहीं। अपनी कलम के साथ गद्दारी ना करना ही फ़राज़ साहब को ज़माने से अलग करता है। सच्चाई और बेबाकी फ़राज़ साहब की पहचान थी, ऐसी ही एक नज़म भले दिनों की बात है और अहमद फ़राज़ साहब की ज़िन्दगी से रूबरू करवाएंगे आपको @RadioKaBachchan Read more
आज का ख़याल - ये आग की बात है... इन लफ़्ज़ों के ज़रिये, अमृता प्रीतम ने साहिर लुधियानवी के लिए अपना इश्क़ अमर कर दिया और अपनी cigarette के काश में सारा दर्द भरलिया। आइये इस प्यार के द ... Read more
आज का ख़याल - ये आग की बात है... इन लफ़्ज़ों के ज़रिये, अमृता प्रीतम ने साहिर लुधियानवी के लिए अपना इश्क़ अमर कर दिया और अपनी cigarette के काश में सारा दर्द भरलिया। आइये इस प्यार के दिन पर, याद करते हैं, अमृता और साहिर की अधूरी मोहब्बत, सिर्फ @radiokabachchan के साथ। Read more